THE BEST SIDE OF FAIRY TALES

The best Side of fairy tales

The best Side of fairy tales

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इस कहानी से हमें ये सीख मिलती है की सत्य और न्याय की हमेशा जीत होती है।

तीसरे सुअर ने थोड़ा सोचा और फिर बहुत मेहनत करने के बाद उसने अपने लिए सफलतापूर्वक एक ईंट-पत्थर का घर बना ली। 

बहुत समय पहले की बात है। एक बार एक जंगल में एक गधे और एक बाघ के बीच में बहस हो गयी। गधे ने बाघ से कहा:- “घास नीली है“। बाघ ने जवाब दिया: – “नहीं, घास हरी है।”

वह अपनी पत्नी से क्या कह रहा था :”..। हमारे गहने घर पर रखना सुरक्षित नहीं है। कृपया हमारे लोहे के ट्रंक को अपने गहनों से भर दें और वो लोग उन्हें सुरक्षित रखने के लिए कुएं में गिरा देंगे !”

टिड्डा दूर से देख रहा था की चींटियाँ अपने काम में बहुत ही व्यस्त नज़र आ रही थी। वहीं वो पास में धूप सेक रहा था। उसके मन में एक विचार आया और वो टिड्डा वहाँ चला गया और उसने चींटियों से पूछा: “इतने अच्छे दिन पर तुम क्या कर रही हो!”

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि किसी भी बात पर हमें आंख बंद करके विश्वास नहीं करना चाहिए। और पहले से ही हार मानने के बजाय हमें अंत तक कोशिश करना चाहिए। क्योंकि कोशिश करने बालो की कभी हार नहीं होती है।

इसे सुनकर बंदर को बड़ा डर लगा और उसने अपने दिमाग़ का इस्तमाल करना शुरू किया। बंदर ने होशियार होकर मगरमच्छ से कहा कि वह अपना दिल जामुन के पेड़ पर छोड़ गया है। चूँकि मगरमच्छ की पत्नी उसके दिल को खाना चाहती है इसलिए उसे फिर से उस पेड़ पर जाकर अपने दिल को लाना होगा। 

इस कहानी से हमें ये सीख मिलती है की जब अज्ञान चिल्लाता है, तो बुद्धि चुप हो जाती है। आपकी शांति और शांति अधिक मूल्य की है।

गांव बालो ने बताया की धनपाल नाम के एक व्यापारी से तेल लेते थे। जिसके तेल का स्वाद कुछ दिनों से खराब हो गया है। शायद वही कुछ मिलावट कर रहा है। सभी गांव बाले इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने तुरंत ही उस तेल व्यापारी को पकड़ लिया और जेल में बंद कर दिया।

चिंतित नीली मछली अपने अन्य दो दोस्तों के लिए जितनी जल्दी हो सके तैर गई। उनके पास पहुँचकर उसने उन्हें कहा, “सुनो सुनो!

When consequently he came beside the bed, the King stated to him, Most devoted John, I sense my stop approaching, and also have no anxiety apart from about my son. He is still of tender age, and cannot normally know how to guideline himseRead the story →

उस रास्ते से बहुत से लोग आने जाने लगे लेकिन किसी ने भी उस चट्टान को हटाना ठीक नहीं समझा। यहाँ तक की राजा के दरबार के ही बहुत से मंत्री और धनी व्यापारी click here भी उस रास्ते से गुजरे, लेकिन किसी ने भी उसे हटाना ठीक नहीं समझा। उल्टा उन्होंने राजा को ही इस बाधा के लिए ज़िम्मेदार ठहराया।

ऐसे कुछ दिन बीत गए, अब एक नयी घटना सामने आयी। कुछ ही समय बाद चूहों ने सुना कि शिकारियों ने हाथियों के झुंड को पकड़ लिया है और उन्हें जाल में बांध दिया गया है। 

इस कहानी से हमें यह सीख मिली की हमें हार नहीं मानना चाहिए बल्कि कई तरह से प्रयास करते रहना चाहिए। सफलता अवश्य मिलती है।

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